एकार्थी शब्द

जिन शब्दों का केवल एक अर्थ ही निकलता है, उसे एकार्थी शब्द कहते है। इनका कोई दूसरा अर्थ या मतलब नही निकलता है। यह अर्थ किसी एक वस्तु या पदार्थ के लिए निर्धारित रहता है। 

जहा भी उस एकार्थी शब्द का प्रयोग किया जाता है वहां पर वह उस एक ही वस्तु और पदार्थ के लिए ही प्रयोग किया जाता है।

एकार्थी शब्द

व्यक्तिवाचक संज्ञा को एकार्थी शब्दों के अच्छा उदहारण माना जाता है।

मनुष्यों के नाम–: सीता, मोहन, अमित

मनुष्यों के नाम एकार्थी शब्द होते हैं, क्योंकि प्रत्येक मनुष्य का नाम अलग अलग होता है वह नाम उस विशेष व्यक्ति के लिए ही निर्धारित होता है। 

पर्वतों के नाम–: हिमालय, शिवालिक

पर्वतों के नाम भी एकार्थी होते हैं, क्योंकि अलग अलग पर्वत को अलग अलग नामों से जाना जाता है जो उनमें भिन्नता दिखाता है। यह नाम विशेष पर्वतों के लिए निर्धारित होते हैं।

भाषाओं के नाम–: उर्दू, अंग्रेजी, द्रविड 

भाषाओं के नाम भी एकार्थी शब्द होते हैं। भारत में अनेक भाषाएं बोली जाती है। प्रत्येक भाषा के लिए उसका नामकरण किया गया है। जो केवल उसी भाषा के लिए प्रद्योग किया जाता है।

दिनों के नाम–: आज, मंगलवार, रविवार

सप्ताह में सात दिन होते हैं। प्रत्येक दिन को अलग अलग नाम से जाना जाता है। प्रत्येक दिन का अपना अलग नाम है। इसलिए दिनों के नाम भी एकार्थी शब्द होते हैं।

नदियों के नाम–: यमुना, गंगा, ताप्ती 

दुनिया में अनेक नदियां है। जिनको पहचानने के लिए अलग अलग नाम दिया गया है। यह नाम नदियों विदेश के लिए निर्धारित होते हैं। उसका कोई अलग अर्थ नहीं निकलता है। इसलिए नदियों के नाम भी एकार्थी शब्द होते हैं।

महीनों के नाम–: मार्च, अगस्त, जुलाई

साल में बारह महीने होते है। जिनको अलग अलग नामों के द्वारा जाना जाता है। एक नाम केवल एक महीने के लिए ही पहचाना जाता है। 

गांव के नाम–: बादली, देवेरखाना, ढोलकपुर

प्रत्येक स्थान का नाम अलग अलग होता है। जिससे उस विशेष स्थान के बारे में पता चलता है। उसके नाम का कोई और दूसरा अर्थ नहीं होता है। इसलिए स्थान का नाम भी एकार्थी शब्द होता है।

बीमारियों के नाम–: चेचक, पीलिया, टायफाइड

बीमारियों के नाम अलग अलग होते है। जिससे उनके इलाज के बारे में पता चलता है। एक बीमारी के नाम से सभी बीमारियों का पता नहीं लगाया जाता है। इसलिए बीमारियों के नाम एकार्थी शब्द होते हैं।

उपाधियों के नाम–: शेर – ए – हिंद, राष्ट्रपिता

अलग अलग देशों में काबिल व्यक्तियों को अलग अलग उपाधियां दी जाती है। यह उपाधियां और इनके नाम अलग अलग होते है। जिनसे इनके एकार्थी होने का पता चलता है।

देशों के नाम–: भारत, नेपाल, बांग्लादेश

दुनिया में अनेक देश है। जिनके अलग अलग नाम है। यह अलग अलग नाम उन देशों के लिए निर्धारित किए गए है। अलग देश का नाम भी अलग ही होता है। जिससे देशों के नाम का एकार्थी होने का पता चलता है।

शहरों के नाम–: शिमला, दिल्ली, पेरिस

अलग अलग शहरों को अलग अलग नामों से पुकारा जाता है। उनके नाम एक जैसे नहीं होते हैं। प्रत्येक के लिए अलग अलग नाम रखा गया है। इसलिए यह एकार्थी शब्द है।

कलाओं के नाम –: साहित्य कला, संगीत वास्तुकला।

अनेक व्यक्ति अलग अलग कलाओं में निपुण होते हैं। लेकिन उन कलाओं को एक ही नाम से नहीं जाना जाता है। उनके लिए भी अलग अलग और एक ही नाम रखा गया है। इसलिए यह एकार्थी शब्द है।

ऐसे और भी अनेक शब्द है जिनके एक ही अर्थ होते है जो किसी विशेष के लिए प्रयोग होते है।

उपहास – मजाक

वेदना – दुख

आनंद – सुख

समीप – पास

समय – वक्त

नेत्र – आँख

वृद्ध – बूढ़े

शोभा – सुंदरता

आराधना – तपस्या

ऋण – कर्ज

कपोत – कबूतर

कपोल – गाल

कमान – धनुष

कामना – इच्छा

कपट – छल

बदनामी – बुराई

पुस्तक – किताब

सम्राट – राजा

भिन्न – अलग

भ्रम – वहम

आधुनिक – नया

श्रोता – सुनना

प्राचीन – पुराना

मुस्कुराना – हंसना

परछाई – प्रतिबिंब

वक्ता – बोलना

इस प्रकार और भी शब्द है जिनके केवल एक ही अर्थ होते हैं। वह किसी अन्य अर्थ की ओर संकेत नहीं करते है

अधिकतर पूछे गए प्रश्न

1) एकार्थी शब्द किसे कहते हैं?

उत्तर:जिन शब्दों का केवल एक अर्थ ही निकलता है, उसे एकार्थी शब्द कहते है। इनका कोई दूसरा अर्थ या मतलब नही निकलता है। यह अर्थ किसी एक वस्तु या पदार्थ के लिए निर्धारित रहता है। 

जहा भी उस एकार्थी शब्द का प्रयोग किया जाता है वहां पर वह उस एक ही वस्तु और पदार्थ के लिए ही प्रयोग किया जाता है।

2) एकार्थी शब्द का उदाहरण कौन सी संज्ञा है?

उत्तर:व्यक्तिवाचक संज्ञा को एकार्थी शब्दों के अच्छा उदहारण माना जाता है। व्यक्तिवाचक संज्ञा में प्रयोग होने वाले सभी नाम और पदार्थ एकार्थी शब्द होते हैं। उनका अन्य कोई दूसरा नाम या पहचान नहीं होती है। उन सभी का केवल एक ही नाम होता है।

3) एकार्थी शब्द में कौन कौन शामिल है?

उत्तर:मनुष्यों के नाम–: सीता, मोहन, अमित

पर्वतों के नाम–: हिमालय, शिवालिक

कलाओं के नाम –: साहित्य कला, संगीत वास्तुकला।

शहरों के नाम–: शिमला, दिल्ली, पेरिस

देशों के नाम–: भारत, नेपाल, बांग्लादेश

उपाधियों के नाम–: शेर – ए – हिंद, राष्ट्रपिता

गांव के नाम–: बादली, देवेरखाना, ढोलकपुर

बीमारियों के नाम–: चेचक, पीलिया, टायफाइड

महीनों के नाम–: मार्च, अगस्त, जुलाई

दिनों के नाम–: आज, मंगलवार, रविवार

नदियों के नाम–: यमुना, गंगा, ताप्ती

भाषाओं के नाम–: उर्दू, अंग्रेजी, द्रविड

ये सभी व्यक्तिवचक संज्ञा का एक अच्छा उदाहरण है। इन सभी के नाम और अर्थ एकार्थी होते है। कोई अन्य अर्थ नहीं होता है। इसलिए इनको एकार्थी शब्द कहते हैं।

4)कुछ एकार्थी शब्दों को लिखे?

उत्तर: बेलन, जींस, अंगूठी, कंबल, दुपट्टा आदि एकार्थी शब्द हैं। इन सभी शब्दों के कोई अलग या अन्य नाम और अर्थ नहीं है। क्योंकि ये शब्द किसी एक ही वस्तु या प्राणी के लिए प्रयोग किए गए है। किसी दूसरी वस्तु या प्राणी के लिए इन शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह नाम किसी विशेष वस्तु के लिए निर्धारित होते हैं। ये शब्द केवल एक ही अर्थ देते हैं।

5)कुछ देशों के एकार्थी नाम लिखें?

उत्तर: भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका आदि देशों के नाम एकार्थी शब्द होते हैं। एक देश का नाम केवल उसी विशेष देश के लिए प्रयुक्त किया जाता है। किसी अन्य देश को किसी दूसरे देश के नाम से  बुलाया या संबोधित नहीं किया जाता है। इसलिए देशों के नाम किसी एक विशेष देश के लिए ही निर्धारित होते हैं।

 

संज्ञा

संज्ञा एक ऐसा शब्द है जो एक विशिष्ट वस्तु या वस्तुओं के समूह के नाम के रूप में कार्य करता है।जैसे- जीवित प्राणी, स्थान, कार्य, गुण, अस्तित्व की स्थिति या विचार।

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संज्ञा की परिभाषा

किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, गुण, जाति, भाव, क्रिया, द्रव्य आदि का ज्ञान कराने वाले शब्द या नाम को संज्ञा कहा जाता है। संज्ञा के कारण हम किसी वस्तु, व्यक्ति, स्थान और जाति के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

उदाहरण–: सीता (व्यक्ति), आगरा (स्थान), पुस्तक (वस्तु), सोना (क्रिया), क्रोधित (भाव) आदि। ये दिए गए सभी नाम संज्ञा है। जिसके कारण हमें किसी के बारे में जानकारी मिलती है।

1- ताजमहल आगरा में स्थित है।

 इस वाक्य में आगरा किसी स्थान का नाम है। इसलिए यह संज्ञा है

2- मोहन ने पुस्तक को मेज पर रख दिया।

इस वाक्य में मोहन (किसी व्यक्ति का नाम), पुस्तक (वस्तु), और मेज (वस्तु) संज्ञा का बोध करवाते है।

संज्ञा पाँच प्रकार की होती है–:

  1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  2. जातिवचक संज्ञा
  3. भाववाचक संज्ञा
  4. द्रव्यवाचक संज्ञा
  5. समूहवाचक संज्ञा

1)व्यक्तिवचक संज्ञा

जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थान, प्राणी आदि के नाम को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है। इस संज्ञा में व्यक्तियों के नाम, वस्तुओं के नाम, दिशाओं के नाम, देशों के नाम, समुद्रों के नाम, पुस्तकों के नाम, पर्वतों के नाम, समाचार पत्रों के नाम आदि शामिल होते हैं।

उदहारण-  दिल्ली (जगह का नाम), सुभाष चंद्र बोस ( किसी विशेष व्यक्ति का नाम), मेज (वस्तु का नाम)।

1- मोहन स्कूल जा रहा है।

इसमें मोहन एक व्यक्ति का नाम है, इसलिए यह व्यक्तिवाचक संज्ञा है।

2- गीता दिल्ली घूमने गई है।

इस वाक्य में गीता एक विशेष व्यक्ति और दिल्ली एक स्थान का नाम है। इसलिए यह व्यक्तिवाचक संज्ञा है।

2) जातिवाचक संज्ञा

जिस शब्द या संज्ञा से किसी एक ही व्यक्ति या वस्तु की पूरी जाति या वर्ग के बारे में जानकारी मिलें, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते है। यह संज्ञा किसी एक विशेष की बातें नहीं करती है बल्कि पूरी जाति का बोध करवाती है। इसमें पशु – पक्षियों, प्राकृतिक तत्वों, वस्तुओं तथा किसी काम आदि के वर्ग को शामिल किया जाता है।

उदाहरण- लड़का, नदी, गाड़ी, पर्वत, पेड़ आदि।यह सभी शब्द अपने वर्ग व पूरी जाति का बोध कराते हैं। इसलिए यह जातिवाचक संज्ञा हैं।

1-हमारे देश में अनेक पर्वत है।

इस वाक्य में पर्वत से उसकी पूरी जाति व वर्ग का ज्ञान हो रहा है, इसलिए यह जातिवाचक संज्ञा है।

2-हमारे बगीचे में पेड़ लगे हुए है।

इस वाक्य में पेड़ से सारी जाति और वर्ग का बोध होता है, इसलिए यह जातिवाचक संज्ञा है।

3) भाववाचक संज्ञा

जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति या वस्तु के भाव, गुण, धर्म, भाव और दशा का ज्ञान हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते है। इससे उन सभी की अवस्था का भी पता चलता है। प्रत्येक पदार्थ का धर्म होता है जैसे मिठाई में मिठास, वीरों के वीरता, बच्चों में चंचलता, पानी में शीतलता आदि।

उदाहरण-खुशी, बचपन, कठोर, प्रेम, मिठास आदि के बोध को भाववाचक संज्ञा कहते है।

1- मुझे ठंडा पानी पीना है।

इस वाक्य में पानी के गुण और धर्म (ठंडा) का बोध हो रहा है, इसलिए इस वाक्य में भाववाचक संज्ञा है।

2- लड्डू मीठे है।

इस वाक्य में लड्डू के धर्म(मीठे) का बोध हो रहा है, इसलिए इस वाक्य में भाववाचक संज्ञा है।

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4) द्रव्यवाचक संज्ञा 

 संज्ञा के जिस शब्द से किसी पदार्थ के द्रव्य तथा वस्तु के नाप–तोल का बोध हो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है।  इस संज्ञा में वस्तु को गिना नहीं जा सकता है, उसका परिणाम होता है। यह पदार्थ तरल रूप में होता है।

उदाहरण–: तेल, पेट्रोल, घी, पानी आदि।

1-नदियों में पानी बहता है।

इस वाक्य में पानी के बहने अर्थात द्रव्य का बोध हो रहा है। इसलिए इस वाक्य में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

2- गाड़ी में एक लीटर पेट्रोल डलवा देना।

इस वाक्य में पेट्रोल के नाप तोल का बोध हो रहा है, इसलिए इस वाक्य में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

5) समूहवाचक संज्ञा

संज्ञा के जिस शब्द से किसी समूह का बोध हो तो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते है। यह अलग-अलग या एक-एक व्यक्ति का बोध नहीं करवाता।

उदहारण– टीम, सेना, कक्षा, 

1- भारतीय सेना देश की रक्षा करती है।

इस वाक्य में सेना से पूरे समूह का बोध होता है, इसलिए इस वाक्य में समूहवाचक संज्ञा है।

2- सभी खिलाड़ियों ने मिलकर एक टीम बना ली है।

इस वाक्य में टीम से खिलाड़ियों के समूह का बोध होता है, इसलिए इस वाक्य में समूहवाचक संज्ञा है।

अधिकतर पूछे गए प्रश्न–:

1.संज्ञा कितने प्रकार की होती है?

उत्तर: संज्ञा पाँच प्रकार की होती है। जिससे हम किसी वस्तु या व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

1.व्यक्तिवाचक संज्ञा

2.जातिवचक संज्ञा

3.भाववाचक संज्ञा

4.द्रव्यवाचक संज्ञा

5.समूहवाचक संज्ञा

2. किसी पदार्थ के द्रव्य का बोध किस संज्ञा में होता है?

उत्तर: द्रव्यवाचक संज्ञा में किसी पदार्थ के द्रव्य का बोध होता है साथ ही वस्तु के नाप – तोल का भी बोध होता है। इसमें सभी पदार्थ द्रव्य के रूप में होते हैं।

उदाहरण: हलवाई को एक लीटर तेल चाहिए।

इस वाक्य में एक लीटर शब्द से तेल के नाप तोल का बोध हो रहा है, इसलिए इस वाक्य में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

3. दिए गए वाक्य में कौन सी संज्ञा है?

“वह सभी टीम में खेल रहे हैं।”

उत्तर: इस वाक्य में टीम समूहवाचक संज्ञा है। क्योंकि टीम खिलाड़ियों के एक समूह का बोध करवा रही है। इसलिए इस वाक्य में समूहवाचक संज्ञा है।

4. “अमित घर जा रहा है।”

दिए गए वाक्य में कौन सी संज्ञा है?

उत्तर: इसमें अमित व्यक्तिवाचक संज्ञा है क्योंकि इसमें किसी व्यक्ति के नाम का बोध हो रहा है तथा घर जातिवाचक्र संज्ञा है क्योंकि इसमें घर के सभी जाति का बोध हो रहा है। इसलिए इसमें दो संज्ञा है।

5. भाववाचक संज्ञा किसे कहते है?

उत्तर: जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति या वस्तु के भाव, गुण, भाव और दशा का ज्ञान हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते है। इससे उन सभी की अवस्था का भी पता चलता है। इन सभी को हम अनुभव कर सकते है।

उदाहरण: भारतीय सीमा की रक्षा करने वाले सभी वीरों में वीरता भरी हुई है। इस वाक्य में वीरता शब्द से वीरों के गुण का बोध होता है। इसलिए इसमें भाववाचक संज्ञा है।

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