कमल को भी राष्ट्रीय फूल क्यों माना जाता है? 

हमारे देश में अनेक प्रकार के फूल उगाये जाते है। कई फूल बहुत सुन्दर और महकदार होते है।जिसमे एक नाम राष्ट्रीय पुष्प कमल का भी आता है।सभी राष्ट्र की अपनी एक अलग राष्ट्र फूल होती। राष्ट्र फूल का भी बहुत महत्व होती हैं।भारत राष्ट्र कमल के फूल को राष्ट्र फूल माना गया हैं। कमल फूल का हमारे देश मे बहुत अधिक महत्व हैं। कमल फूल को ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से बहुत महत्व दिया जाता हैं। इसके महत्व को देखते हुए इसे राष्ट्रीय फूल के रूप में अपनाया गया है। 26 जनवरी सन 1950 को कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल घोषित किया गया, कमल का फूल हमारे देश के लिए शांति और सुंदरता का प्रतीक है।

कमल को भी राष्ट्रीय फूल क्यों माना जाता है?

हमारे लिए ज्ञान का प्रतीक होता है. इसमे अनेक गुण होते है. इसी कारण इसे राष्ट्रीय फूल के रूप में घोषित किया गया है. इसके महत्व तथा कर्म के आधार पर इसके अनेक नाम है.कमल का फूल लाल और गुलाबी रंग का होता है, कमल के फूल को राष्ट्रीय फूल का दर्जा प्राप्त है, इसे अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे इंडियन लोटस, सीक्रेट लोटस, जैसे नामों से जाना जाता है। यह फूल हिंदू धर्म के लिए विशेष महत्व रखता है, कमल फूल को मंदिरों में पूजा करने के लिए तथा सजावट करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। कमल फूल हमारे संस्कृति और कला का एक महत्वपूर्ण अंग है, यह छोटे-छोटे जलाशयों में भी पाया जाता है। यह फूल सभी लोगों को प्रिय लगता है कमल का फूल प्राचीन काल से लोगों द्वारा पूजा पाठ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।कमल हमारी संस्कृति से जुड़ा एक अभिन्न अंग है. कमल से कई लोग अपना व्यवसाय भी चलाते है.

lead magnet

कमल के फूल को हमारे राष्ट्रीय प्रतीकात्मक चिन्ह के रूप में जाना जाता है। कमल फूल के जड़ को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह शरीर के बहुत से बीमारियों को खत्म कर देता है, यह अनेक प्रकार के बीमारियों के उपचार में बहुत उपयोगी होता है। कमल फूल का सभी स्तर पर बहुत ही महत्व होता है, यह कीचड़ में उगता है फिर भी हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और पूजा पाठ में इसका हम प्रयोग भी करते  है।इस फूल के बीज को पीसकर शहद के साथ मिलाकर औषधि के रूप में खाया जाता है, यह शरीर के बहुत सारे रोगों को ठीक करने में उपयोगी होता है। कमल फूल के अंदर आयरन और कैल्शियम अच्छे मात्रा में होता है इससे शरीर के कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। कमल फूल के जड़ों में राइजोबियम पाया जाता है जिसमें विटामिन b1, विटामिन b2, विटामिन B6 और विटामिन सी तथा फाइबर जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।

कमल फूल का बीज 20 हजार सालों तक बिना पानी के रह सकता है, कमल फूल की पत्तियों से जुड़े डंठल में रेशे मौजूद होते हैं इनका उपयोग दीपक जलाने के बाती बनाने में किया जाता है।इस रेशे के द्वारा कपड़े भी बनाए जाते हैं, जिसका उपयोग करके हमारे शरीर को बहुत से रोगों से बचाया जा सकता है, कमल फूल के पौधे के जड़ को सब्जी खाने के रूप में भी उपयोग किया जाता है।इसके अलावा कमल के फूल का इस्तेमाल इत्र बनाने के लिए भी किया जाता है जिसे लोटस इतर कहा जाता है। कमल तालाबों में खिलता है और वहां से तोड़ करके इसे मार्केट में बेचा जाता है।

कमल एक जलीय पौधा है, जो तालाबों और झीलों जैसे जल निकायों में पैदा होता है। कमल के पौधे के लिए गर्म जलवायु और जल आवश्यक होता है, कमल फूल के डंठल और जड़े पानी में डूबी हुई रहते हैं तथा इसकी पत्तियां और फूल पानी के ऊपरी सतह पर तैरते रहते हैं।कमल का तना जड़ कि निचली सतह पर कीचड़ की मिट्टी में भूमिगत होता है, कमल फूल का रचना सभी फूलों से अलग होता है और इस फूल की जड़े छोटी होती है। पौधे का मुख्य भाग फूल होता है जो बहुत ही आकर्षक होता है, और यह फूल गुलाबी तथा सफेद रंग का होता है। कमल का फूल नाजुक पंखुड़ियों द्वारा बना होता है, और इस फूल की कली नुकीली होती है, यह फूल सूर्योदय के समय खिलता है और सूर्यास्त के बाद मुरझाने लगता है।

कई लोग अपने घरों में भी इस फूल को लगाते हैं ताकि उन्हें आसानी से यह फूल प्राप्त हो सके। अपनी मनमोहक सुगंधा के कारण कमल का फूल इंडिया में अधिकतर लोग अपने घरों में या फिर बाग बगीचे में लगाते हैं, क्योंकि यह सभी की नजर अपनी ओर आकर्षित करता है।कमल प्रकृति द्वारा दिया गया एक अनमोल उपहार है. इसकी रचना बहुत सुन्दर होती है. ये गोल आकर का होता है. ये अनेक रंगों के होते है. जिसमे पीला,गुलाबी,नीला तथा लाल प्रमुख होते है. ये कीचड़ में उगता है. फिर भी ये बहुत सुन्दर तथा आकर्षित करने वाले होते है.कमल हमारा राष्ट्रीय फूल है. हमें इसका सम्मान करना चाहिए. तथा इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए. अपने बगीचों में कमल के फूल को उगाना चाहिए. जिससे हमें शुद्द वायु मिल सकें.

lead magnet

प्रश्न / उत्तर

प्रश्न 1.कमल भारत का राष्ट्रीय फूल क्यों है ?

उत्तर. कमल एक पवित्र फूल है और भारतीय संस्कृति का शुभ प्रतीक है। यह प्राचीन भारत की कला और पौराणिक कथाओं में एक अपूरणीय स्थान रखता है और इस प्रकार, इसे देश के लिए राष्ट्रीय फूल के रूप में चुना गया था।

प्रश्न 2. कमल फूल को राष्ट्र फूल कब स्वीकृत किया गया? 

उत्तर. 26 जनवरी सन 1950 को कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल घोषित किया गया

प्रश्न 3. कमल फूल के फायदे बताये। 

उत्तर. कमल फूल के जड़ को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह शरीर के बहुत से बीमारियों को खत्म कर देता है, यह अनेक प्रकार के बीमारियों के उपचार में बहुत उपयोगी होता है।इस फूल के बीज को पीसकर शहद के साथ मिलाकर औषधि के रूप में खाया जाता है, यह शरीर के बहुत सारे रोगों को ठीक करने में उपयोगी होता है। कमल फूल के अंदर आयरन और कैल्शियम अच्छे मात्रा में होता है इससे शरीर के कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। कमल फूल के जड़ों में राइजोबियम पाया जाता है जिसमें विटामिन b1, विटामिन b2, विटामिन B6 और विटामिन सी तथा फाइबर जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं 

प्रश्न 4. हिंदू धर्म में कमल के फूल का महत्व क्या हैं? 

उत्तर. कमल फूल का सभी स्तर पर बहुत ही महत्व होता है, यह कीचड़ में उगता है फिर भी हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और पूजा पाठ में इसका हम प्रयोग भी करते  है।भगवद गीता इसे वैराग्य के लिए एक रूपक के रूप में प्रयोग करती है

प्रश्न 5. कमल के फूल की क्या विशेषता है?

उत्तर. कमल का पौधा धीमे बहने वाले या रुके हुए पानी में उगता है। ये दलदली पौधा है जिसकी जड़ें कम ऑक्सीजन वाली मिट्टी में ही उग सकती हैं। इसमें और जलीय कुमुदिनियों में विशेष अंतर यह कि इसकी पत्तियों पर पानी की एक बूँद भी नहीं रुकती और इसकी बड़ी पत्तियाँ पानी की सतह से ऊपर उठी रहती हैं। एशियाई कमल का रंग हमेशा गुलाबी होता है।

अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्द उस शब्द को कहा जाता है जिस शब्द के एक से अधिक अर्थ प्रकट होते है। भिन्न भिन्न परिस्थितियों में उस एक शब्द का अर्थ उस स्थिति के अनुसार अलग होंगे।

एक से अधिक अर्थ देने वाले शब्द को अनेकार्थी शब्द कहा जाता है। ऐसे अनेक शब्द है जिनके एक से अधिक अर्थ निकलते हैं

 

आम – आम का फल,  साधारण।

आम शब्द का प्रयोग दिए गए सभी अर्थों के रूप में होता है। इसके एक से अधिक अर्थ होते हैं। वाक्य के अनुसार उचित अर्थ का प्रयोग किया जाता है।

अंश – हिस्सा, कोण का अंश, किरण।

अंश शब्द के अर्थों का प्रयोग वाक्य में स्थिति के अनुसार किया जाता है। इसके अर्थ एक से अधिक है, इसलिए यह अनेकार्थी शब्द है।

अज – ब्रह्मा, बकरा, दशरथ का पिता,शिव ।

अज शब्द का प्रयोग दिए गए सभी अर्थों के रूप में होता है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

अब्ज – चंद्रमा, कमल, शंख, कपूर।

इस शब्द का प्रयोग वाक्य में सही अर्थ के रूप में किया जाता है। जो अर्थ वाक्य में सटीक बैठता है, उसका प्रयोग वाक्य में किया जाता है।

अतिथि – मेहमान, साधु, यात्री, अपरिचित व्यक्ति।

इस शब्द का अर्थ एक से अधिक है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

ईश्वर – परमात्मा, स्वामी, शिव, पारा, पीतल।

एक शब्द के एक से अधिक अर्थ  होने पर उसे अनेकार्थी शब्द कहते है। वाक्य में अधिक अर्थों का प्रयोग वाक्य के अनुसार किया जाता है।

इतर–  दूसरा, साधारण, नीच।

इतर शब्द के एक से अधिक अर्थ है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

इंगित– संकेत, अभिप्राय, हिलना-डूलना

इंगित शब्द के एक से अधिक अर्थ है। इन अर्थों का प्रयोग वाक्य के अनुसार सही अर्थ के रूप में किया जाता है।

अरुण- लाल, सूर्य, सूर्य का सारथी, प्रभात का सूर्य |

अरुण शब्द का अर्थ एक से अधिक है, इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

अपेक्षा- इच्छा, आवश्यकता, आशा।

अपेक्षा शब्दों के अर्थों का प्रयोग वाक्य के अनुसार किया जाता है। अनेक अर्थ होने के कारण यह अनेकार्थी शब्द है।

अंक-भाग्य, गिनती के अंक, नाटक के अंक।

अंक शब्द के एक से अधिक अर्थ दिए गए है।  अलग अलग अर्थ का प्रयोग अलग अलग स्थिति में किया जाता है।

अंबर-आकाश, अमृत, वस्त्र।

अंबर शब्द के अनेक अर्थ है। अलग अलग अर्थ का अपना एक अलग महत्व है। इसलिए यह वाक्य में उसकी स्थिति के अनुसार प्रयोग किए जाते है।

जलज-कमल, मोती, शंख, मछली, जोंक, चन्द्रमा

जलज शब्द के अनेक अर्थ दिए गए हैं। प्रत्येक अर्थ का अपना एक महत्व है। जो किसी उचित कारण से वाक्य में प्रयोग किया जाता है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

जड़ – मूल, मूर्ख, 

जड़ शब्द के अलग अलग अर्थ अलग अलग वाक्य में उसकी स्थिति के अनुसार प्रयोग किए जाते है। अनेक अर्थ होने के केअर। यह अनेकार्थी शब्द है।

तनु – शरीर, पतला, कम, कोमल

तनु शब्द के एक से अधिक शब्द है। अलग अलग शब्द के अलग अलग अर्थ होते हैं। जो स्थिति के अनुसार प्रयोग किए जाते है। 

दल – पत्ता, समूह, सेना, पक्ष

दिए गए शब्द दल शब्द के अर्थ है। यह शब्द एक से अधिक अर्थ देता है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

जलज-कमल, मोती, शंख, मछली, जोंक, चन्द्रमा

जलज के एक से अधिक अर्थ है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी है। इसके अलग अलग अर्थों का प्रयोग अलग अलग वाक्यों में किया जाता है।

ऐसे और भी शब्द है जिनके एक से अधिक अर्थ है और प्रत्येक अर्थ का अपना अलग महत्व है। अलग अलग अर्थ अलग अलग वस्तुओं की तरफ संकेत करते हैं।

अधिकतर पूछे गए प्रश्न –:

1)अनेकार्थी शब्द किसे कहते हैं?

उत्तर:अनेकार्थी शब्द उस शब्द को कहा जाता है जिस शब्द के एक से अधिक अर्थ प्रकट होते है। भिन्न भिन्न परिस्थितियों में उस एक शब्द का अर्थ उस स्थिति के अनुसार अलग होंगे। एक ही स्थिति को दर्शाने के लिए एक ही शब्द का प्रयोग नहीं किया जाता है। अलग शब्द का प्रयोग किया जाता है। एक से अधिक अर्थ देने वाले शब्द को अनेकार्थी शब्द कहा जाता है।

2)कुछ अनेकार्थी शब्दों के उदाहरण बताइए?

उत्तर:पत्र – पत्ता, चिट्ठी, पन्ना, आवरण।

पानी – इज्जत, जल, चमक, शस्त्र की धार।

बलि – एक राजा, किसी को मारना 

सेहत – स्वास्थ्य, सुख

वस्त्र – पीतांबर, अंबर, पीत

कृष्ण – कन्हैया, वेदव्यास

चरण – पग, पंक्ति, भाग

भूत – अतीत, बीता हुआ

पर – बाद, पंख

इन सभी शब्दों के अर्थ एक से ज्यादा है। अलग अलग शब्दों और अर्थों का प्रयोग अलग अलग स्थिति को दर्शाने के लिए किया जाता है। एक ही स्थिति या अलग अलग स्थिति को दर्शाने के लिए एक ही शब्द का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसलिए एक से अधिक अर्थ होने के कारण यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

3) उद्योग, ईश्वर और लघु शब्दों के अनेकार्थी शब्द बताइए?

उत्तर:उद्योग – परिश्रम, कारखाना

ऊपर दिए गए सभी अर्थ उद्योग शब्द के हैं। अलग अलग परिस्थितियों में अलग अलग अर्थ का प्रयोग किया जाता है।

ईश्वर – परमात्मा, ईश, देव

ईश्वर शब्द के लिए एक से अधिक अर्थों का प्रयोग किया गया है। जिसका प्रयोग अलग अलग वाक्यों में किया जाता है, इसलिए यह अनेकार्थी शब्द है।

लघु – छोटा, हल्का

लघु शब्द के लिए दिए गए सभी अर्थों का प्रयोग होता है। अलग अलग दशाओं में अलग अलग अर्थ का प्रयोग किया जाता है। इसलिए यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

4)हार, वस्त्र और औसत शब्दों के अनेकार्थी शब्द बताइए

उत्तर:हार – आभूषण, पराजय

वस्त्र – पीतांबर, अंबर, पीत

औसत – बीच का , साधारण

ऊपर दिए गए सभी शब्दों के एक से अधिक अर्थ है। ये सभी अर्थों का प्रयोग इन शब्दों के लिए किया जाता है। जो अलग अलग स्थितियों में अलग अलग अर्थ को व्यक्त करती है। इसलिए एक शब्द के अनेक अर्थ होने के कारण यह शब्द अनेकार्थी शब्द है।

5) लक्ष्य, अधर और फल शब्दों के अनेकार्थी शब्द बताइए

उत्तर:अधर – पाताल, होंठ, नीचा

लक्ष्य– निशाना, उद्देश्य

फल – परिणाम, लाभ, खाने वाला फल, हल

दिए गए सभी शब्दों के अर्थ एक से अधिक है। जिनका प्रयोग अलग अलग वाक्यों में किया जाता है। अलग अलग स्थिति को दर्शाने के लिए अलग अलग शब्दों का प्रयोग किया जाता है। एक ही अर्थ या शब्द से सभी से सभी स्थिति को नहीं दर्शाया जाता है। इसलिए यह ये सभी शब्द अनेकार्थी शब्द है।